दिल बेकरार का ...करार ढूँढू या तेरी खबर जो दे .. वो अख़बार ढूँढू तेरी गफलतों का जो इकरार देदे बता कहा वो ... इस्तहार ढूँढू
दिल बेकरार का ...करार ढूँढू
या तेरी खबर जो दे .. वो अख़बार ढूँढू
तेरी गफलतों का जो इकरार देदे
बता कहा वो ... इस्तहार ढूँढू
प्रार्थना शब्दों से नहीं दिल से होनी चाहिए क्योंकि…
भगवान उनकी भी सुनते हैं जो बोल नहीं पाते…
ज़िस्म के ज़ख्म हो तो मरहम भी लगाएं,
रूह के नासुरों का हकीम मिलता नहीं हमें!
अजीब जुल्म करती हैं तेरी यादें मुझ परसो जाऊं तो उठा देती हैं जाग जाऊँ तो रुला देती है
ना कोई महल, ना सपना,ना कोई फूल छोड़ जाता हूँ,तुम्हारे नाम लिखें है कई ख़त, रोज एक छोड़ आता हूँ l
अजीब रात थी कल तुम भी आ के लौट गए
जब आ गए थे तो पल भर ठहर गए होते