एक तरफ़ा ही सही,हम इश्क निभाएंगे, ♡कभी आना हमारे शहर,माँ की हाथ की चाय पिलायेंगे। 1120
एक तरफ़ा ही सही,
हम इश्क निभाएंगे, ♡
कभी आना हमारे शहर,
हँसना हसाना काम हे मेरा इसलिए
तो 'kajal' नाम हे मेरा..
कभी बादल, कभी बारिश, कभी उम्मीद के झरने,
तेरे अहसास ने छू कर मुझे क्या-क्या बना डाला!
तुम रोक ना सकोगे वो तूफ़ान बनकर आएगा,आज का युवा हर समस्या का हल लाएगा।
तुम रोक ना सकोगे वो तूफ़ान बनकर आएगा,
आज का युवा हर समस्या का हल लाएगा।
कविता के कई मतलब हो सकते हैपर कविता कभी मतलबी नहीं हो सकती !!