वो मेरे रु-बा-रु आया भी तो बरसात के मौसम में,
मेरे आँसू बह रहे थे और वो बरसात समझ बैठा।
काँटों से घिरा रहता है,फिर भी गुलाब खिला रहता है…!!
काँटों से घिरा रहता है,
फिर भी गुलाब खिला रहता है…!!
सिसक कर पूछती है
मुझसे ये तनहाईय़ा
जो बड़े हमदर्द थे तेरे
आखिर वो बेबफाई कैसे कर गये.
चाय की शौकीन हूं जनाब
उबाल तो वाजिब है मिज़ाज मैं...
7 जन्मो से तेरा इंतज़ार किया…
हर जन्म में तेरा दीदार किया…..
एक बार नहीं तुझे 100 बार प्यार किया.
HAPPY VALENTINE DAY
यही वो दिन थे जब इक दूसरे को पाया था
हमारी साल-गिरह ठीक अब के माह में है