वाह मौसम आज तेरी
अदा पर दिल खुश हो
गया, याद मुझे आई
और बरस तू गया...
कभी कभी हम किसी के लिए उतना जरुरी भी नहीं होते जितना हम सोच लेते है|
आओ फिर से दोहराए अपनी कहानी, मैं तुम्हें बेपनाह चाहूँगा और तुम मुझे बेवजह छोड़ जाना..
बस इतनी सी ही कहानी थी मेरी मोहब्बत की मौसम की तरह तुम बदल गए, फसल की तरह मैं बरबाद हो गया|
सब Busy है किसी ना किसी काम में पर हम आज भी खाली बैठे है आपके इंतज़ार में !!
आरजू होनी चाहिए किसी को याद करने की लम्हे तो अपने आप मिल जाते है|