मेरे बस में नहीं अब हाल-ए-दिल बयां करना,
बस ये समझ लो, लफ्ज कम मोहब्बत ज्यादा है।,
मेरी बस एक तमन्ना थी जो हसरत बन गयी,
कभी तुमसे दोस्ती थी अब मोहब्बत बन गयी,
कुछ इस तरह शामिल हुए तुम जिंदगी में की,
सिर्फ तुझे ही सोचते रहना मेरी आदत , ...
महक सी जाती हो रातों में
जब तूम ख़्वाब बनकर समाती हो
यादों की तस्वीर दिल में उतर जाती हैं
जब तुम रूबरू सामने आती हो
इकरार करने में शब्दों का होना लाज्मी नहीं
दिल के जज्बात ही काफी हैं
आंखें बयान कर देती हैं दिल की दास्तान,
मोहब्बत लफ्जों की मोहताज़ नही होती
आशिक़ो के लिए ख़ुशख़बरी Valentine Day Calendar