आप आए तो बहारों ने लुटाई ख़ुश्बू
फूल तो फूल थे काँटों से भी आई ख़ुश्बू
इस उम्मीद के साथभुलाके सारे गम,इस आयोजन काआओ हम करें Welcome.
शब्दों का वज़न तो हमारे
बोलने के भाव से पता चलता हे
वरना घर की दीवारों पर भी " welcome " लिखा हे।
आप आये श्री मान तो ऐसा लगा जैसे
तकलीफों को दवा मिल गई। ..
दिल को सुकून मिलता है मुस्कुराने से,महफ़िल में रौनक छा गई आपके आने से.
सौ चाँद भी चमकेंगे तो क्या बात बनेगीतुम आए तो इस रात की औक़ात बनेगी