पप्पू ट्रेन से अपने गाँव जा रहा था
.टी टी: टिकट दिखाओ..पप्पू: गरीब है साहब!!!चटनी बासी रोटी खाते है...टी टी: टिकट दिखाओ?पप्पू: गरीब आदमी है साहब.. साग दाल रोटी खाते है..टी टी गुस्से में- तो हम क्या गोबर खाते है|पप्पू: बड़े आदमी तो साहब खाते होंगे..
आजकल बेटियां भी बेटो से कम नहींमजाल है घर का कोई काम करे...
महिला जल की तरह तरल और शीतल होती है| पुरुष मिट्टी की तरह ठोस और रुखा होता है|और जब दोनों की शादी होती है तो कीचड़ हो जाता है रे बाबा...
याद रखे प्यार अँधा होता है लेकिन घर और मोहल्ले वाले नहीं|