हम लड़के जब तक कैरियर बना कर अपने पैरो पे खड़े होते है, तब तक तो..हमारी क्लास की लड़कियो के बच्चे तक अपने पैरो पर चलने लगते है।
बड़े सुकून से रहते है अब वो मेरे बिना... जैसे किसी उलझन से छुटकारा मिल गया हो....
पूछता है जब कोई मुझसे की दुनिया में मोहब्बत अब बची है कहाँ..??मुस्कुरा देता हु मैं और याद आ जाती है "माँ"