सपने तो मेरे थे पर उनको पूरा करने का रास्ता
कोई और दिखाए जा रहा था और वो थे मेरे पापा….
मनुष्य को कभी ये नहीं सोचना चाहिए कि वो कितना खुश हैं,
बल्कि ये सोचना चाहिए की उसकी वजह से दूसरे कितने खुश हैं.
Aaj ka suvichar
प्रशंसा से पिघलना मत
और आलोचना से उबलना मत
“Only those succeed in life who never hesitate from taking risks because even if they lose, they gain some experience. Happy Swami Vivekananda Jayanti.”
शक्ति जीवन है, निर्बलता मृत्यु हैं. विस्तार जीवन है, संकुचन मृत्यु हैं. प्रेम जीवन है, द्वेष मृत्यु हैं.