Bade hi chupke se bheja tha,
Mere mehbub ne muje ek gulab,
Kambhakht uski khusbu ne ,
Sare shehar me hungama kar diya.
रहने दो अब के तुम भी मुझे पढ ना सकोगे बरसात में कागज की तरह भीग गया हु..
चलो अब जाने भी दो क्या करोगे दास्ताँ सुनकर, ख़ामोशी तुम समझोगे नहीं और बयाँ हमसे होगा नहीं|
सुनो एक बार और मोहब्बत करनी है तुमसे लेकिन इस बार बेवफाई हम करेंगे...
घमंड न करना जिन्दगी मे तकदीर बदलती रहती है,शीशा वही रहता है बस तस्वीर बदलती रहती है...
तेरा इंतज़ार मुझे हर पल रहता है,हर लम्हा मुझे तेरा एहसास रहता है,तुझ बिन धड़कने रुक सी जाती है,क्योकि तू मेरे दिल में धड़कन बनकर रहता है|