मेरी हर ख़ुशी हर बात तेरी हैं,
सांसों में छुपी ये हयात तेरी हैं
दो पल भी नहीं रह सकते तेरे बिन
धड़कनो की धड़कती
हर आवाज़ तेरी हैं..
कहाँ मिलता है कोई समझने वाला जो भी मिलता है समझा के चला जाता है|
उन्हें चाहना हमारी कमजोरी हैउनसे कह ना पाना हमारी मज़बूरी है.वो क्यों नहीं समझती मेरी खामोशी कोक्या प्यार का इज़हार करना ज़रूरी है|
बड़ी अजीब मुलाकाते होती थी हमारी;वो मतलब से मिलते थे. और हमें मिलने से मतलब था!