नींद चुराने वाले पूछते हैं सोते क्यू नही
इतनी ही फिक्र है तो फिर हमारे होते क्यू नही…!!!
तुझसे किये हर एक वादे की कसम,
जब तक जियो सिर्फ तुझसे प्यार करेंगे हम।
अब देखिये तो किस की जान जाती है,
मैंने उसकी और उसने मेरी कसम खायी है।
डर तो इंसान का वहम है,
जो उसे यूँ ही लग जाता।
तब तक है लगता रहता,
जब तक इंसान सहमता रहता.
चुप्पियाँ बढ़ती जा रही हैंउन सारी जगहों परजहाँ बोलना ज़रूरी था!
ऐसे उसका ख़त कई बार पढ़ता हूँ,जैसे मैं इश्क़ की गली से गुजरता हूँ lहर बार रुकता हूँ उसी शब्द पे,जो बताता की, मैं उसके दिल में रहता हूँ l