एक तो कातिल सी नज़र
ऊपर से काजल का कहर
ऐसी दास्तान छोड़ जाऊँगा अपनी जमाने में…
कि जमाने को जमाने लगेंगे मुझे भुलाने में…
जो लोग ये समझ नहीं पाते कि औरत क्या चीज़ है,उन्हें पहले ये समझने की जरूरत है कि"औरत कोई चीज़ नहीं है"।
तलवार के घाव मिट जाते है
लेकिन बातों के घाव हमेशा याद रहते है…!!
"वो बार-बार DP बदल कर लगाते है,उन्हें पता ही नहीं,वो कितने खूबसूरत नज़र आते है,हर बार महज बदलते है कपड़े,दिल तो वही, सुन्दर सा लाते है l
अब ज़िंदगी तेरे दिल में गुजारनी है,तो मुझे ये गुनाह भी कबूल है,सज़ा साल, दो साल का मत रखनाताउम्र ही मेरी मोह्हबत का मूल है l